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चिट्ठाजगत

Friday, May 2, 2008

टेस्ट पोस्ट


"हिन्दी ब्लागिंग के लिए मुझे आप सबकी शुभ कामनाएँ,स्नेह चाहिए । मैं आपको परसाई के शहर की तासीर से परिचित कराता रहूँगा ........!!"

10 comments:

बाल भवन जबलपुर said...

बड़े भाई
सादर प्रणाम
आज आप हमारी जमात में शामिल हो गए मज़ा आ गया
जबलपुर को लोग ब्लॉगरपुर कहेंगे ऐसा लगता है. नेट पर कोई लफडा नहीं आप
केवल अंगुली करते जाइए काम आसान मैं आपको कई हिन्दी ऑन लाइन एवं ऑफ़ लाइन
लिंक भेज रहा हूँ
काम आएंगी
बधाइयां
आपका
गिरीश बिल्लोरे मुकुल

विजयशंकर चतुर्वेदी said...

परसाई जी की कर्मभूमि से आए नए ब्लोगर रमेश सैनीजी का स्वागत है! सैनीजी धूम मचा दीजिये, व्यंग्य का रंग चकाचक जमा दीजिये! वैसे भी सभी बड़े हिन्दी व्यंग्यकार मध्य प्रदेश की उर्वर धरा ने ही दिए हैं.

Udan Tashtari said...

वाह जी, यह बहुत खुशी की बात है कि आप ने भी हिन्दी चिट्ठा प्रारंभ कर लिया. अब आपकी रचनाओं का हम यहीं आनन्द लेंगे.

आप संस्कारधानी के गौरव हैं. आपका चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत करता हूँ.

बहुत बधाई एवं नियमित लेखन के लिये अनेकों शुभकामनाऐं.

विजय तिवारी " किसलय " said...

भाई रमेश सैनी

सादर अभिवन्दन.

संस्कार धानी से आपके ब्लॉग "व्यंग्य धारा" के प्रारंभ होने पर सर्वप्रथम हमारी अशेष शुभकामनाएँ स्वीकारें.

मुझे विश्वश है की आप का ब्लॉग साहित्य की गरिमा को बनाए रखते हुए बुलंदियों को छुए.
आपकी लेखन विधा और आपके विचारों से हमारे जबलपुर के साथ-साथ संपूर्ण हिन्दी साहित्य जगत समृद्धि प्राप्त करेगा. इसी विश्वास के साथ......

आपका अनुज
डॉ. विजय तिवारी "किसलय"
जबलपुर, म. प्र. भारत

विकास परिहार said...

सहृदय स्वागत

Anonymous said...

प्रिय रमेश सैनी जी

सादर वंदे

बगैर बताए व्यंग धारा ब्लॉग के शुभारभ
पर सहयोगियों सहित बहुत बहुत बधाई

रमाकांत ताम्रकार
कहानी मंच जबलपुर

RAMESH SAINI said...

mujhe typing nahin ayane karan likhe main paresani thi isliye main likh na saka magar qab likhunga apka sneh aur salah chahiye. chunav ke is daur main bada maja aa raha sab log ek dusare ki plpatti khola rhe hai kabhi kabhi mujhe lagta hai ki yah nangapan samaj keliye achcha hota hai lage raho bantadhar aursatyanashi-ramesh saini

विजय तिवारी " किसलय " said...

ramesh saini jee,
namaskaar
ab aapko apne blog par par apni rachnaayen post karna chaahiye .
ummed hai ki aap is or dhyaan denge.
aapka
vijay tiwari ' kislay '

Ramesh Saini said...

priya bandhuyo namaskar

kafi din shant rahne ke bad likhne ke liye key board par prayas kar raha hun.
parsaiji ke janmdin par vyangya par kafi charcha hui
is par vistar se apni bat likhunga vaise parsaiji par ek visheshanka 'vyangya yatra', new delhi se nikalne wala hai isme aap apna rachnatmak sahyog de sakte hain
apka hi ,ramesh saini

समयचक्र said...

आपका चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है .... आभार

महेंद्र मिश्र
जबलपुर.